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Holi 2021 :- होली में रंग खेलते समय रखें कुछ सावधानियाँ – Important Safety Tips For Holi | Happy Holi precautions in Hindi

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Hii दोस्तों आज हम इस लेख के जरिये बात करने जा रहे हैं होली के त्योहार में होने वाली असावधानी के बारे में जो प्रत्येक व्यक्ति से जाने अंजाने में हो जाती हैं । इनसब से बचने के लिए हम आपके लिए लाये है बेहद खास कुछ टिप्स। जिनको अपनाकर आप अपनी होली को और खुशनुमा और बेहतरीन बना सकते हैं।

Holi 2021 :- Be Careful with chemical colours in Holi. 8 Tips on how to have a safe holi This year explain in Hindi :-

होली का त्योहार आने वाला है रंग-गुलाल उड़ाकर हर कोई जोश और उत्साह के साथ होली का त्योहार मनाता है। लोग एक-दूसरे के गालों पर रंग-गुलाल लगाते हैं और होली की शुभकामनाएं देते हैं। होली रंगों का त्योहार है जो भारत में हिन्दु धर्म के लोग हर साल बड़ी धूमधाम से मनाते है | ये पर्व हर साल वसंत ऋतु के समय फागुन (मार्च) के महीने में आता है | भारत पहले से ही कला और संस्कृति के क्षेत्र में अग्रणी रहा हैं अगर भारतीय समाज के त्यौहार की बात की जाए तो हमारे देश मे हर एक प्रसंग के लिए अलग त्यौहार है। भारतवर्ष त्यौहारों, कला, संस्कृति और सभ्यता से ओत- प्रोत है। हर एक त्यौहार का अपना विशेष महत्व होता है।

Happy Holi precautions in Hindi

भारत में होली का त्यौहारोत्सव सभी के जीवन मे बहुत सारी खुशियॉ और रंग भरता है, लोगों के जीवन को रंगीन बनाने के कारण इसे आमतौर पर ‘रंग महोत्सव’ कहा गया है। इसलिए सभी एक दूसरे के साथ मिलकर होली सेलिब्रेट करने के लिए प्लानिंग करने लगते हैं। होली ना सिर्फ हम हिंदू ही मनाते हैं बल्कि सभी धर्म के लोग हिंदू, हो या मुस्लिम, या सिख, हो सब होली का पर्व मनाते हैं।होली के दिन अगर आपको कोई रंग लगाता है या आप पर पिचकारी मारता है तो आप उनको मना तो नहीं कर सकते, क्योंकि यह त्यौहार ही रंगों का है।लेकिन आप अपने आप में सावधानी बरत सकते हैं।

Happy Holi precautions in Hindi

होली के त्योहार में बरतें कुछ सावधानियाँ :-

होली रंगों का एक शानदार उत्सव है ।प्राचीन काल में पलाश के फूलों से तैयार सात्विक रंग अथवा गुलाल, कुमकुम, हल्दी से होली खेली जाती थी ।लेकिन बदलते वक्त का असर इस त्योहार पर भी पड़ा है। अब रंगों में केमिकल्स वार्निश, आईलपेंट व चमकीले पेंटो का भी होली खेलने में उपयोग किया जाता है। और ये त्वचा यानी स्किन को कई तरह के नुकसान पहुंचा सकते हैं। इतना ही नहीं कुछ रंगों की वजह से आंखों को गंभीर नुकसान हो सकते हैं। लिहाजा, ये त्योहार मनाइए और जमकर खुशियां बांटिए। खूब डांस, गाना, मस्ती और पकवानों का लुत्फ लें। लेकिन, रंग खेलते वक्त कुछ सावधानियां जरूर रखें –

ऐसे कुछ रखें अपनी त्वचा या स्किन का ख्याल :-

होली खेलने से पहले अपने शरीर पर खूब सारा तेल या फिर मॉश्चराइजर लगाएं । इसके 15 मिनट बाद अपने शरीर पर वाटरप्रफ सनस्क्रीन लगाएं। इससे आपकी त्वचा पर रंगों का असर नहीं होगा और नहाते वक्त रंग आसानी से निकल जाएगा। खास ध्यान रखें कि रंग छुड़ाने के लिए उपटन का प्रयोग करना चाहिए और बार-बार साबुन न रगड़े।

कानों का रखें ध्यान :-

होली में कानों को भी खास ख्याल की जरूरत होती है। लोग पानी वाले गुब्बारों को एक दूसरे के ऊपर फेंकते है जिससे कानों में पानी जाने की संभावना होती है। इसलिए कानों का ध्यान रखते हुए होली खेलें। अर्थात कान में भी पानी ना जाने दें। केमिकल वाले कलर्स का पानी आपके कान को भी नुकसान पहुंचा सकता है।

आँखों का रखें विशेष ख्याल :-

अपनी आंखों को इन रंगों से बचाने के लिए होली खेलते वक्त आंखों पर चश्मा लगाएं।  गलत रंग के उपयोग से आँखों की बीमारी होने का खतरा भी बड़ रहा है। इसलिए रसायन मिश्रित वाले रंग के प्रयोग से बचे। आंखों को रंग व गुलाल चला जाए तो, तुरंत पानी से साफ करेंं। क्यों कि इनमें मौजूद पोटैशियम हाईक्रोमेट नामक हानिकारक रसायन आंखों को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। आंखों को रगड़े नहीं। ज्यादा जलन व चुभन होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

नाखूनों का भी रखें ध्यान :-

इन खराब रंगों से बचने के लिए अगर आपके नाख़ून लंबे है तो उन्हें काट ले या अपने नाखूनों पर भी नेल पॉलिश अवश्य कर लें ताकि रंगों और पानी से वे खराब होने से बचें और होली खेलने के बाद भी आप अपनी पहली रंगत में रहें।

बालों को रंगों से बचाएं :-

होली खेलने के दौरान बालों को कभी खुला नहीं छोड़ना चाहिए। खुले बाल ज्यादा रंग सोखते हैं, जिससे खोपड़ी पर रंगों का ज्यादा जमाव होता है। होली खेलने के दौरान बालों को टोपी या स्कार्फ से पूरी तरह ढक लेना चाहिए। बालों में तेल या जेल लगाकर उनका जूड़ा बांध लें ताकि बालों और स्काल्प (सिर की त्वचा) पर रंग की पकड़ ढीली रहे। इसके साथ साथ होली के रंगों से सने बालों को गर्म पानी से नहीं धोना चाहिए, इससे बाल खराब हो सकते हैं। गर्म पानी बालों को शुष्क बना देता है। होली में बाल धोने के बाद उसे ब्लो-ड्राई न करें, बल्कि प्राकृतिक तरीके से सूखने दें।

रंग खेलते समय सिर पर टोपी जरूर लगाए। पूरे आस्तीन के कपड़े पहने। होठों को किसी भी तरह के नुकसान से बचाने के लिए अच्छा लिप बाम लगाए ताकि होठों पर रंग न चढ़े।

खुद घर पर बनाये नेचुरल रंग :-

हमें होली पर प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करना चाहिए। घर पर ही हल्दी, बीटरूट, प्याज ,पालक और धनिया पत्ता तथा फूलों से बने रंगों का इस्तेमाल कर सकती हैं। ये नैचुरल रंग होते हैं जिसके कारण इनसे कोई नुकसान भी नहीं पहुंचता। आप खुद भी प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करें और दूसरों को भी नैचरल रंगों का इस्तेमाल करने की हिदायत दें।

प्राकृतिक रंग बनाने के लिए चुकंदर को पानी में उबालेंगी तो मजैंटा रंग तैयार हो जाएगा।पानी में थोड़ी-सी हल्दी मिलाकर उबाल लें और पिचकारी में भरकर खेलें। अनार के छिलकों को पानी में डालकर उबालने से लाल रंग तैयार हो जाएगा। अगर खुशबू चाहिए तो आप उसमें लाल चंदन का पाउडर भी मिला सकती हैं।

बाजार की मिठाईयाँ का प्रयोग बिल्कुल ना करें :-

होली का त्योहार आ रहा है और बिना मिठाई के त्योहार अधूरा है। इस उल्लास पूर्ण होली के पर्व पर बाजार रंग-बिरंगी मिठाइयों सें सज गया है। मिठाइयां, अन्य खाने की चीजों जैसे खोया, दूध, पनीर में मिलावट का खतरा हो सकता है। इनमें रसायनिक तत्वों पेंट, यूरिया, निरमा, मिलावटी तेल मिला रहता है जिससे पीलिया, पेट में जलन, संक्रमण, दस्त, उल्टी, गैस, दर्द आदि की गंभीर समस्याएं हो सकती है। इसलिए खाने-पीने की चीजें जांच-परखकर ही खरीदे। बाजार की बजाय घर की बनी चीजों का प्रयोग करें। ड्राई फ्रूट का ज्यादा इस्तेमाल करें। घर पर बनें व्यंजनों का मजा ले। इससे सुरक्षित होली मनाई जा सकती है। खुद स्वस्थ रहे और अपने परिवार को स्वस्थ रखें।

नशापान बिल्कुल भी ना करें :-

होली के दौरान अधिकतर मिठाइयों व पेय पदार्थों में भांग का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसी चीजों से दूर रहें। होली खेलें लेकिन पूरे होश में खेलें। अधि‍क नशा करना आपके स्वास्थ्य को तो प्रभावित करता ही है, कई बार अनहोनी घटनाओं का कारण भी बनता है। होली सुरक्षि‍त तरीके से खेलें।आइए इस उल्लासपूर्व रंगों के पर्व होली को सुरक्षित तरीके से मनाकर चार चांद लगाए। इस प्रकार कुछ सावधानियां अपनाकर सुरक्षित होली मनायी जा सकती है।

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