Essay & Poem

चन्द्रमा की उत्पत्ति कैसे हुई ? चन्द्रमा का आकार, व्यास और तापमान कितना है? What is the origin of the moon | How Moon was formed in Hindi

चंद्रमा की उत्पत्ति किस प्रकार हुई वर्णन कीजिए , What is the origin of the moon , How Moon was formed in Hindi , How short is tha moon compare to earth explain in Hindi , चन्द्रमा की उत्पत्ति किस प्रकार हुई

How Moon was formed in Hindi

Hii दोस्तों कैसे हैं आप सभी को कैरियर जानकारी के इस ब्लॉग में स्वागत है , दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं एक नया टॉपिक, चन्द्रमा के बारे में। जो अक्सर एक्जाम में पूछा जाता है । स्टूडेंट्स यहाँ से जानकारी लेकर चंद्रमा के बारे में लिख सकते हैं । तो चलिए दोस्तों पढ़ते हैं आज के इस टॉपिक को।

What is the origin of the moon ? Distance between moon and earth. How short is tha moon compare to earth explain in Hindi :-

How Moon was formed in Hindi

चंद्रमा की उत्पत्ति किस प्रकार हुई वर्णन कीजिए

चंद्रमा की सतह और उसकी आंतरिक स्थिति का अध्ययन करने वाला विज्ञान सेलेनोलॉजी कहलाता है।चंद्रमा को जीवाश्म ग्रह भी कहा जाता है।इस पर धूल के मैदान को शांति सागर कहते है । यह चंद्रमा का पिछला भाग है,जो अंधकारमय होता है चंद्रमा पृथ्वी के अक्ष के लगभग समानांतर है।

चन्द्रमा की उत्पत्ति किस प्रकार हुई

हमारे सौर मण्डल में मौजूद ग्रह एवं अन्य पिण्ड सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं। हमारी पृथ्वी जो एक ग्रह है सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने में लगभग 365 दिन का समय लेती है। हमारी पृथ्वी का एक चन्द्रमा (उपग्रह) है, जो पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है। चन्द्रमा पृथ्वी का एक चक्कर लगभग 30 दिन में पूरा करता है। बृहस्पति के उपग्रह के बाद चन्द्रमा दूसरा सबसे अधिक घनत्व वाला उपग्रह है। चंद्रमा पर वातावरण ना होने की वजह से सूर्य की पराबैंगनी किरणें और कॉस्मिक किरणें सीधे अंदर पहुँच जाती हैं इसीलिए चंद्रमा पर दिन में तापमान 107 डिग्री सेल्सियस हो जाता है जो बहुत ज्यादा गर्म है। और वातावरण न होने की वजह से ही रात को तापमान -153 डिग्री सेल्सियस हो जाता है यानि भयंकर सर्दी, इसलिए चंद्रमा पर जीवों की उत्पत्ति अभी संभव नहीं है।

चन्द्रमा की उत्पत्ति ( Origin of the Moon) :-

चन्द्रमा पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है। चन्द्रमा 4.5 अरब साल पहले पृथ्वी और थीयामार्स के आकार का तत्व) के बीच हुए भीषण टकराव के बाद बचे हुए अवशेषों के मलबे से बना था। शोधकर्ताओं का दावा है कि उनकी खोज पुख़्ता करती है कि चंद्रमा की उत्पत्ति टक्कर के बाद हुए भारी बदलाव का नतीजा थी। ये अध्ययन एक साइंस पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। वैसे ये कोई नया सिद्धांत नहीं है। ये पहले से माना जाता रहा है कि चांद का उदय खगोलीय टक्कर के परिणाम स्वरूप हुआ था. हालांकि एक दौर ऐसा भी आया जब कुछ लोग कहने लगे कि ऐसी कोई टक्कर हुई ही नही। लेकिन वर्ष 1980 से आसपास से इस सिद्धांत को स्वीकृति मिली हुई है कि 4.5 बिलियन साल पहले पृथ्वी और थिया के बीच हुई टक्कर ने चंद्रमा की उत्पत्ति की थी।

चन्द्रमा का वजन ( Weight of Moon) :-

चाँद का वजन लगभग 81,00,00,00,000(81 अरब) टन है। चाँद का व्यास धरती के व्यास का सिर्फ चौथा हिस्सा है और लगभग 49 चाँद धरती में समा सकते हैं। चाँद का क्षेत्रफल (Moon Area) अफ्रीका के क्षेत्रफल के बराबर है। चंद्रमा की गुरुत्वाकर्षण शक्ति पृथ्वी से कम होती है। अगर आंकड़ों में बात की जाए तो चांद पर इंसान का वजन 16.5% कम होता है। अर्थात चंद्रमा पर गुरुत्वाकर्षण (Gravity) धरती के गुरुत्वाकर्षण से 6 गुना कम है यानि चंद्रमा पर 60 किलो के इंसान का वजन केवल 10 किलो ही बैठेगा यही कारण है कि चांद पर अंतरिक्ष यात्री ज्यादा उछलकूद कर सकते हैं। चंद्रमा पर वातावरण (atmosphere) नहीं है इसलिये चंद्रमा पर कोई आवाज सुनाई नहीं देती । चन्द्रमा पर आसमान हमेशा काला दिखाई देता है।

चन्द्रमा पृथ्वी से कितनी दूरी पर है ? ( Distance between moon and earth ) :-

चंद्रमा हमारे सौरमंडल का 5वां सबसे बड़ा उपग्रह है। हम जब भी इसे रात के आसमान में देखते हैं यह तुलनात्मक रूप से बहुत बड़ा दिखाई देता है; लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि इसका आकार किसी विशालकाय ग्रह के समान है। यह आसमान में बड़ा केवल इसलिए दिखता है क्योंकि यह अन्य खगोलीय पिंडों की तुलना में धरती के सबसे करीब है। पहली बार वर्ष 1958 में इंग्लैंड के रोयल रडार इस्टैब्लिशमेंट अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा रडार सिग्नल का उपयोग करके पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी मापी गई थी। उस प्रयोग में तीव्र क्षमता वाले रेडियो सिग्नलस को रडार के माध्यम से चंद्रमा की ओर प्रेषित किया गया और जब वे रेडियो सिग्नलस उसकी सतह से टकराकर वापस पृथ्वी पर आये तो उन्हें पुनः रडार के रिसीवर द्वारा ग्रहण कर लिया गया।


हमारी धरती अपनी धुरी पर टिके रहकर सूर्य के चारो तरफ एक अंडाकार पथ पर घूमती रहती है। वैज्ञानिकों एवं शोधकर्ताओं के द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार चाँद और पृथ्वी के मध्य औसत दूरी 384,403 किलोमीटर अर्थात 238,857 मील आंकी गई है। यहाँ पृथ्वी और चाँद के मध्य दूरी के औसत आंकड़ों की जानकारी दी गई है, क्योंकि इस संबंध में निश्चित आंकड़ों का पता लगाना नामुमकिन है।चन्द्रमा और पृथ्वी की दूरी में थोड़े से परिवर्तन से भी पृथ्वी से चन्द्रमा की स्थिति और चमक से अत्यधिक परिवर्तन आ जाता है। पृथ्वी, सौरमंडल के 9 ग्रहों में से एक है और चाँद, पृथ्वी का एक उपग्रह है।

चन्द्रमा का व्यास तथा आकार :-

चंद्रमा का व्यास (Diameter) – 3478 किमी. है । अर्थात पृथ्वी से लगभग 3,84,365 किलोमीटर दूर चंद्रमा का धरातल असमतल है और इसका व्यास 3,478 किलोमीटर है तथा द्रव्यमान, पृथ्वी के द्रव्यमान का लगभग 1/8 है। पृथ्वी के समान इसका परिक्रमण पथ भी दीर्घ वृत्ताकार है। सूर्य से परावर्तित इसके प्रकाश को धरती पर आने में 1.3 सेकंड लगता है।

चन्द्रमा का तापमान ( Temperature of moon) :-

चांद पर दिन और रात के तापमान में भीषण अंतर होता है। वैज्ञानिकों का आकलन है कि दिन के दौरान अत्यधिक तापमान 127 डिग्री सेल्सियस के आस पास जबकि रात का तापमान शून्य से 183 डिग्री सेल्सियस नीचे तक पहुंच सकता है। चंद्रमा पर एक दिन पृथ्वी पर चौदह दिन के बराबर होता है और रात भी उतनी ही लंबी होती है।

चन्द्रमा की परिक्रमा :-

चन्द्रमा, पृथ्वी की 1 परिक्रमा लगभग 27 दिन और 8 घंटे में पूरी करता है और इतने ही समय में अपने अक्ष पर एक घूर्णन करता है। यही कारण है कि चन्द्रमा का सदैव एक ही भाग दिखाई पड़ता है। इस दौरान वह एक बार पृथ्वी और सूर्य के बीच में आता है तो एक बार पृथ्वी के पीछे और पूरे चक्कर के दौरान वह सूर्य और पृथ्वी से अलग-अलग कोण बनाता है. जब चंद्रमा पृथ्वी के आगे आता है तब सूर्य से आने वाली किरणें प्रतिबिंबित हो कर पृथ्वी पर नहीं आती और वह दिखाई नहीं दे पाता. ऐसा रात अमावस की रात होती है। चंद्रमा (Moon) के रोज अलग आकार दिखने के पीछे चंद्रमा की पृथ्वी की परिक्रमा (orbiting earth) और सूर्य (Sun) से आने वाली किरणें (Rays) का प्रतिबिंबित (Reflect) होना है।

Conclusion :-

Hii दोस्तों आप सभी को कैरियर जानकारी के इस ब्लॉग What is the origin of the moon , How Moon was formed in Hindi में आपके लिए लाए हैं एक नया टॉपिक, चन्द्रमा के बारे में। जो अक्सर एक्जाम में पूछा जाता है । स्टूडेंट्स यहाँ से जानकारी लेकर चंद्रमा के बारे में लिख सकते हैं , अगर दी गई जानकारी आपको अच्छी लगे तो इसे दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें । धन्यवाद

x