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पैरामेडिकल कोर्स की बेसिक डिटेल्स Paramedical course, job, after 10th ,12th

Para medical course’s

मेडिकल के क्षेत्र में अधिकतर छात्र एमबीबीएस और बीडीएस में दाखिला लेने की कोशिश करते हैं, लेकिन सीमित सीटों और कड़ी प्रतियोगिता के कारण सबको दाखिला नहीं मिल पाता। इसे देखते हुए छात्र पैरामेडिकल स्टडीज का रुख कर सकते हैं, जिसका दायरा लगातार बढ़ रहा है।

पैरामेडिकल साइंस एक तरह से मेडिकल साइंस के लिए आधार का काम करती है। पैरामेडिकल साइंस के तहत कई विषय आते हैं, जैसे कि स्पाइनल इंजरी मैनेजमेंट, फ्रेक्चर मैनेजमेंट, ऑब्स्टेट्रिक्स, मैनेजमेंट ऑफ बन्र्स एंड एसेसमेंट, इवेल्युएशन ऑफ जनरल इंसिडेंट सीन आदि। कुशल पैरामेडिकल प्रोफेशनल्स की मांग भारत ही नहीं, बल्कि अमेरिका, कनाडा, यूके, यूएई जैसे देशों में भी है। पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट पैरामेडिसिन में डिग्री-डिप्लोमा स्तर के कोर्स ऑफर करते हैं, जिसमें पत्राचार या नियमित कोर्स दोनों के विकल्प उपलब्ध होते हैं।

paramedical exam 2020

पैरामेडिकल के क्षेत्र में कई ऐसे कोर्स हैं जो 10वीं, 12वीं के बाद किए जा सकते हैं। ये कोर्स 6 महीने से लेकर 3 साल तक के पाठ्यक्रम के होते हैं। पैरामेडिकल पाठ्यक्रम के 3 स्वरूप हैं :-

  • बैचलर डिग्री पाठ्यक्रम
  • डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्स
  • प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम
10वीं पास विद्यार्थी डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्स कर पैरामेडिसिन की पढ़ाई कर सकते हैं। 10वीं पास के लिए ये हैं डिप्लोमा कोर्स :
  • डीओटीटी यानि ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा
  • एक्स रे टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा
  • रेडियोग्राफी और मेडिकल इमेजिंग में डिप्लोमा
  • ईसीजी टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा
  • डायलिसिस टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा
  • मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा
  • डीएमएलटी यानि मेडिकल प्रयोगशाला टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा
  • ऑप्थाल्मिक टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा
  • भौतिक चिकित्सा में डिप्लोमा
  • एनेस्थिसिया टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा
  • नर्सिंग केयर असिस्टेंट में डिप्लोमा
  • चिकित्सकीय स्वच्छता में डिप्लोमा
  • ऑडीओमेट्री टेक्नीशियन में डिप्लोमा
  • ऑडियोलॉजी और स्पीच थेरेपी में डिप्लोमा

After 12 th course :-

12वीं की बोर्ड परीक्षा दे रहे स्टूडेंट्स के लिए करियर ऑप्शन के तौर पर पैरामेडिकल का चुनाव एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. पैरामेडिकल जॉब ओरिएंटेड कोर्स है. स्टूडेंट्स पैरामेडिकल को करियर ऑप्शन के तौर पर चुन कर अपने आने वाले कल को बेहतर बना सकते हैं.

पैरामेडिकल कोर्स की बेसिक डिटेल्स :-
पैरामेडिकल का कोर्स स्टूडेंट्स को एलाइड हेल्थ केयर वर्कर के तौर पर काम करने का मौका देता है. एलाइड हेल्थ केयर वर्कर आम तौर पर हेल्थ केयर वर्कर (नर्सिंग, मेडिसिन और फार्मेसी) से अलग होते हैं. डेंटल हाईजिनिस्ट, डायग्नोस्टिक मेडिकल सोनोग्राफर, डाइटिशियन, मेडिकल टेक्नोलॉजी, फिजिकल थेरेपिस्ट, रेडियोग्राफर, रेसपीरेटरी थेरेपिस्ट, ऑक्युपेशनल थेरेपिस्ट और स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजिस्ट को एलाइड हेल्थ केयर वर्कर के तौर पर जाना जाता है.

पैरामेडिकल कोर्स का रुख कर सकते हैं स्टूडेंट्स

पैरामेडिकल की पढ़ाई करने के लिए स्टूडेंट्स के पास 12वीं या ग्रेजुएशन की डिग्री का होना अनिवार्य है. मेडिकल की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स का पहला सपना एमबीबीएस, बीडीएस और बीएएमएस में एडमिशन लेना होता है, लेकिन एंट्रेंस एग्जाम में सफलता न मिल पाने पर स्टूडेंट्स पैरामेडिकल कोर्स का रुख कर सकते हैं.

Eligibility क्राइटेरिया :-

पैरामेडिकल में बैचलर डिग्री कोर्स के लिए स्टूडेंट्स को बारहवीं पास होना अनिवार्य है. साथ ही स्टूडेंट्स के पास बारहवीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट का होना भी जरूरी है.!

पैरामेडिकल के बैचलर कोर्स Bachelor course in Paramedical

  • बीएससी ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी (B.SC in Operation theatre & technology )
  • बीएससी एक्स रे टेक्नोलॉजी (B.Sc in X-RAY Technology )
  • बीएससी रेडियोथेरेपी एंड मेडिकल इमेजिंग ( B.Sc in Radiotherapy _ Medical imaging )
  • बीएससी डायलिसिस टेक्नोलॉजी (B.Sc in dialysis technology )

  • बीएससी मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी ( B.Sc in Medical Record Technology )
  • बीएससी मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी ( B.Sc in laboratory technology )
  • बीएससी ऑपथेमिक टेक्नोलॉजी (B.Sc in Opthalmic technology )
  • बैचलर ऑफ ऑक्युपेशनल थेरेपिस्ट ( B.sc of occupational therapist)
  • बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी ( B.Sc in Physiotherapy)
  • बीएससी स्पीच थेरेपी B.Sc in Speech therapy )
  • बीएससी इन ऑडियोलॉजी (B.Sc in audiology)
  • बीएससी इन एनेस्थीसिया टेक्नोलॉजी ( B.sc in anesthesia technology )
  • बीएससी इन ऑडियोलॉजी एंड स्पीच थेरेपी ( B.sc in audiology & speech therapy )

पैरामेडिकल के ये कोर्स देशभर के सरकारी और गैर-सरकारी मेडिकल संस्थानों के जरिए कराया जाता है. अलग-अलग मेडिकल संस्थानों में पैरामेडिकल कोर्स और सीट की संख्या अलग है.

Job in para- medical

10वीं के बाद या 12 वीं के बाद ये कोर्स करने पर अस्पताल, क्लीनिक, सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र या चिकित्सा प्रयोगशालाओं में लैब टेक्नीशियन या सहायक के तौर पर नौकरी अभ्यर्थी को मिल जाएगी। वही ये कोर्स करने के बाद आप 2 लाख से 5 लाख तक सालाना कमा सकते हैं।

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