Career in Engineering

बिहार में 2019-20 सत्र से इंजीनियरिंग काॅलेजों में कुल 4560 सीटों की बढ़ोतरी की गई है ।

New Engineering college in Bihar 2019-20

बिहार में 2019-20 सत्र से इंजीनियरिंग काॅलेजों में कुल 4560 सीटों की बढ़ोतरी की गई है । –

बिहार के उन छात्रों के लिए खुशखबरी है  जो इंजीनियर बनकर अपने करियर को नया आयाम देना चाहते हैं । यह बिहार के उन छात्रों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं जो बिहार में इंजीनियरिंग काॅलेजों में सीटों की कमी की वजह से एडमिशन नहीं ले पाते थे । बिहार में 2019-20 सत्र से इंजीनियरिंग काॅलेजों में कुल 4560 सीटों की बढ़ोतरी की गई हैं। इन सभी सीटों पर एडमिशन इस शैक्षणिक सत्र से ही होगा।

राज्य में 19 नए इंजीनियरिंग काॅलेजों की स्थापना की गई है । ये इंजीनियरिंग काॅलेज बिहार के उन 19 जिलों में खोले गए हैं , जहां कोई इंजीनियरिंग काॅलेज नहीं था , इन सभी काॅलेजों को आर्यभट्ट नाॅलेज विश्वविद्यालय से सम्बद्ध किया गया है । इस बात की जानकारी प्रोवीसी प्रोफेसर एस एम  करीम ने दी .। उन्होंने कहा कि बिहार भारत का संभवत: पहला ऐसा राज्य हो जाएगा जिसके प्रत्येक जिले में इंजीनियरिंग काॅलेज हैं।

बिहार में नए खुले राजकीय इंजीनियरिंग काॅलेजों में  औसत रूप से 240 सीटें रखी गई है ।इसके साथ -साथ प्रत्येक काॅलेज में 3 से 4 इंजीनियरिंग स्ट्रीम रखे गए हैं । विद्यार्थी अपने पसन्द के अनुसार इंजीनियरिंग स्ट्रीम का चुनाव कर सकते हैं । इन काॅलेजों में फिलहाल सिविल Civil ,इलेक्ट्रीकल Electrical ,मैकेनिकल Mechanical और इलेक्ट्रानिक्स एवं कम्युुनिकेशन Electronics and communication में B Tech कराया जाएगा !

कुछ कालेज ऐसे भी हैं , जिनमें सिर्फ
तीन स्ट्रीम में ही इंजीनियरिंग कराए जाने की व्यवस्था है । इस स्थिति में इन काॅलेजों में 120 सीटें ही रखी गई हैं । काॅलेजों में जरूरी इनफ्रास्ट्रकचर आने वाले चार सालों के भीतर तैयार कर लिया जाएगा । इससे विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई करने में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी ।

इन सभी संभावित कालेज की इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का काम जोरों से किया जा रहा है ताकि बच्चों को पढ़ाई में कोई परेशानी ना आए। सारे आवश्यक सुविधाएं दी जाएंगी जो बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए आवश्यक हो।

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